यह एक ग्रंथियाँ होती हैं जो आपके गले के निचले हिस्से में स्थित होती हैं, यह एक महत्वपूर्ण अंग है जो थायरॉइड हार्मोन का उत्पादन करती है। थायरॉइड हार्मोन आपके शरीर के महत्वपूर्ण कार्यों को नियंत्रित करते हैं, जैसे कि मेटाबोलिज्म, ऊतकों का विकास, ऊतकों के कार्यों को संचालित करना, और ब्रेन फंक्शन।
इसके अस्तित्व में समस्या होने पर, हार्मोन की अतिरिक्त उत्पादन या कमी हो सकती है, जिससे आपके शरीर के कई प्रकार के कार्य प्रभावित हो सकते हैं। यह समस्याएं थायरॉइड रोग के रूप में जानी जाती हैं, जिनमें हाइपोथायराइडिज़म और हाइपरथायराइडिज़म शामिल हो सकते हैं।
इसके समस्याओं के लक्षण विभिन्न हो सकते हैं, जैसे कि थकान, वजन में परिवर्तन, अनियमित हृदय दौरान, तनाव, चिंता, और अधिक। इसलिए, थायरॉइड के संबंधित समस्याओं का समय पर पहचान और उपचार करना महत्वपूर्ण होता है।
थायरॉइड रोग का घरेलू इलाज करने के उपाय:-
थायरॉइड रोग का घरेलू इलाज आमतौर पर थायरॉइड हार्मोन के स्तर को संतुलित करने और रोग के लक्षणों को कम करने पर केंद्रित होता है। कुछ घरेलू उपाय निम्नलिखित हो सकते हैं:
- मुलेठी से इलाज: मुलेठी का सेवन करें। मुलेठी में पाया जाने वाला प्रमुख घटक ट्रीटरपेनोइड ग्लाइसेरीथेनिक एसिड थायरॉइड कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है।
- हरी धनिया से: हरी धनिया को पीसकर एक गिलास पानी में घोल कर पिएं। इससे रोग से आराम मिलेगा।
- अलसी का चूर्ण से इलाज: अलसी के चूर्ण का उपयोग थायरॉइड की समस्या में आराम पहुंचाता है क्योंकि अलसी में पर्याप्त मात्रा में ओमेगा -3 पाया जाता है। इसलिए रोगियों को नियमित रूप से अलसी के चूर्ण का उपयोग करना चाहिए।
- लौकी के उपयोग से इलाज: खाली पेट लौकी का जूस पीने से रोग में उत्तम काम करता है। यह रोग को शांत करता है।
- नारियल के तेल से इलाज: नारियल के तेल का उपयोग थायरॉइड की क्रिया शीलता को बनाये रखने में मदद करता है। इसलिए रोगियों को कुकिंग ऑयल के रूप में नारियल तेल का इस्तेमाल करना चाहिए।
- योग और प्राणायाम: योग और प्राणायाम थायरॉइड समस्याओं को कम करने में मदद कर सकते हैं। सूर्य नमस्कार, भ्रामरी, उज्जायी, और कपालभाति जैसे प्राणायाम विशेष रूप से फायदेमंद हो सकते हैं।
- अजवाइन का उपयोग: अजवाइन का सेवन थायरॉइड के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।
- गुड़मार के उपयोग: गुड़मार का सेवन भी थायरॉइड समस्याओं में सुधार के लिए किया जा सकता है।
- अखरोट का सेवन: अखरोट में सेलेनियम होता है जो थायरॉइड के समस्याओं में मदद कर सकता है।
- नियमित ध्यान और ध्यान: ध्यान और ध्यान थायरॉइड को संतुलित करने में मदद कर सकते हैं और तनाव को कम कर सकते हैं, जिससे लक्षण कम हो सकते हैं।
कृपया ध्यान दें कि यह घरेलू उपाय थायरॉइड रोग के लिए केवल सहायक हो सकते हैं और प्राथमिक उपचार के रूप में इन्हें अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना सबसे उत्तम होगा। डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी उपाय का इस्तेमाल न करें।
आशा करते हैं कि आपको थायरॉइड रोग:घरेलू इलाज का ब्लॉग अच्छा लगा होगा। ऐसे ही ब्लॉग्स पढ़ने के लिए जानकारियां पर बने रहिए।