ब्लड प्रेशर या रक्तचाप क्या है?
ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) शरीर में धमनियों में ब्लड के दबाव को दर्शाने वाली माप है। यह बताता है कि दिल धमनियों में रक्त को किस तरह से पंप कर रहा है और शरीर के विभिन्न हिस्सों में रक्त के विसर्जन का कितना दबाव है। ब्लड प्रेशर को दो मापों में व्यक्त किया जाता है: सिस्टोलिक प्रेशर और डायस्टोलिक प्रेशर।
1.सिस्टोलिक प्रेशर (Systolic Pressure): रक्त द्वारा रक्त वाहिकाओं के उच्चतम दबाव को Systolic Pressure कहते हैं। 150mm of Hg से अधिक एवं 90mm of Hg से कम Systolic Pressure असामान्य माना जाता है।
2.डायस्टोलिक प्रेशर (Diastolic Pressure): निम्नतम दबाव है जो हृदय (Heart) की विश्राम अवस्था में होता है। 90mm of Hg से अधिक एवं 70mmof Hg से कम Diastolic असामान्य माना जाता है।
ब्लड प्रेशर दो प्रकार का होता है:
- उच्च रक्त चाप (Hypertension) :- यह वह स्थिति होती है जिसमें रक्तचाप असामान्य रूप से अधिक होता है।
- निम्न रक्तचाप (Hypotension) :- यह वह स्थिति है जिसमें रक्त चाप असामान्य रूप से कम रहता है। सामान्यतः स्वस्थ व्यस्क व्यक्ति का रक्तचाप 120/80 mm of Hg होता है। रक्तचाप को मापने वाले यन्त्र का नाम स्फाइरसीमैनोमीटर होता है।
ब्लड प्रेशर को मिलीमीटर्स ऑफ मर्क्युरी (mmHg) में मापा जाता है और सामान्यतः उच्च ब्लड प्रेशर को “हाइपरटेंशन” और निम्न ब्लड प्रेशर को “हाइपोटेंशन” कहा जाता है। स्वस्थ मान्यता के अनुसार, आमतौर पर, ब्लड प्रेशर का मानक रूप है 120/80 mmHg, जिसमें 120 सिस्टोलिक प्रेशर को और 80 डायस्टोलिक प्रेशर को दर्शाया जाता है।
यह लक्षण आमतौर पर अनुभव किए जाते हैं, हालांकि कई लोगों में यह लक्षण अप्रत्याशित भी हो सकते हैं।
निम्नलिखित हैं ब्लड प्रेशर के सामान्य लक्षण:
- सिरदर्द: मांदगी, सिर के पीछे दबाव, या बड़ी ताकत वाला सिरदर्द।
- चक्कर आना: अकस्मात चक्कर आना, भ्रम, अस्थायी संतुलन हानि या अवसाद का अनुभव करना।
- श्वसन में परेशानी: सांस लेने में कठिनाई, श्वास त्वचा का नीला या गहरा होना।
- हृदय की धड़कन में बदलाव: तेज धड़कन, अनियमित धड़कन, दिल की धड़कन का अनुभव करना।
- थकान: असामान्य थकान, कमजोरी, उदासी, आंखों के सामने अंधेरा छा जाना या ऊर्जा की कमी का अनुभव करना।
- दौर्य: भूखमरी, अस्थायी तत्परता की अनुभूति करना, हाथ-पैर ठंडे हो जाना या अचानक थकान और कमजोरी का अनुभव करना।
ब्लड प्रेशर को जल्दी कम करने के लिए निम्नलिखित उपायों का पालन कर सकते हैं:
- व्यायाम: नियमित शारीरिक गतिविधि करना ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद कर सकता है। एरोबिक व्यायाम, योग, पैडलिंग, स्विमिंग, चलना या धीमे दौड़ने जैसी गतिविधियां आपके ब्लड प्रेशर को स्वस्थ स्तर पर ले आ सकती हैं।
- आहार: स्वस्थ आहार लेना भी ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। आपको कम सोडियम (नमक) और तल मात्रा का सेवन करना चाहिए। उचित मात्रा में पोटैशियम, मैग्नीशियम, और कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों का सेवन करें।
- वजन नियंत्रण: अतिरिक्त वजन रखने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है, इसलिए संतुलित वजन बनाए रखने के लिए आपको स्वस्थ आहार खाना और नियमित व्यायाम करना चाहिए।
- स्ट्रेस प्रबंधन: स्ट्रेस को कम करने के लिए ध्यान या मेडिटेशन करें, नियमित योगाभ्यास करें।
ब्लड प्रेशर कम करने के लिए घरेलू इलाज:
- लहसून- रोजाना खाने में लहसून का प्रयोग करे।
- तुलसी और नीम- तुलसी और नीम की पत्तियों को बराबर मात्रा मे पीस कर उसे हल्के गुनगुने पानी के साथ लें।
- शहद और नींबू- एक गिलास पानी में दो चम्मच शहद और आधा चम्मच नींबू का रस मिलाएं। जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में कारगर होता है।
- तरबूज के बीज- रोज़ाना खाना खाने के बाद 5 से 10 ग्राम तरबूज के बीज अवश्य खाएं।
- मेथीदाना और अजवाइन- एक चम्मच मेथी और अजवाइन पाउडर को एक गिलास पानी में भिगोकर रख दें, और रोज़ाना सुबह खाली पेट इसका सेवन करें।
- पपीता– ब्लडप्रेशर के मरीजों के लिए पपीता भी बहुत लाभ करता है, इसे प्रतिदिन खाली पेट चबा-चबाकर खाएं।
- काली मिर्च– एक ग्लास हल्का गर्म पानी में एक चम्मच काली मिर्च पाउडर घोलकर 2-2 घंटे के पर पीते रहें। यह ब्लड प्रेशर सही करने का बढिया उपचार है।
- आंवले का रस– एक बड़ा चम्मच आंवले का रस उसी मात्रा में शहद मिलाकर सुबह-शाम लेने से ब्लड प्रेशर में राहत मिलती है।
ध्यान दें कि यह सामान्य सुझाव हैं और आपको अपने चिकित्सक के साथ बातचीत करना चाहिए, क्योंकि आपके लिए उपयुक्त और व्यक्तिगत उपाय की आवश्यकता हो सकती है। वे आपको सही मार्गदर्शन और उपचार प्रदान करेंगे।